Saturday 27 July 2019

चंद मुक्तक पायल पर Chand muktak payal par

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वो पायलें सालों से बंद कर के रखी है अलमारी की तिजोरी में,
बस इंतजार मुझको इतना है के तुम आओ तो हम भी पहनेंगे
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मेरी खामोशियो की जुबां बन जाते है घुंघरू मेरी पायल के
तेरे सपनो की अधूरी कहानी भी कहते है घुंघुरू मेरी पायल के

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शोर पायल के घुंघरू क्यो न मचाते होंगे
उनके पैरों को चूमकर वो भी मचल तो जाते होंगे


जिक्र पायल का, jikar payal ka

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शायराना माहौल है और जिक्र पायल का हो रहा है
मुझे यकीन है हर कोई अपनी दिलरुबा के नाम से शेर कह रहा होगा
बड़ी अजीब चीज बनाई है जिसने भी है ये बनाई
नाम जेवर का दिया मगर शक्ल जंजीर सी बनाई
देखने वाला तो लज्जतो लुत्फ मैं खो जाता है कही
कभी सोचा ही नही के क्या हुआ
उस लड़की का के जिसके पैरो मैं ये पहनाई होगी
एक सुर्ख जोड़े मैं लाखो अरमान सजाये
कैसे अपनो को छोड़ परायो मैं समाई होगी
किसी के लाडो नाजो मैं पली वो एक नन्ही कली
कैसे कहते होगा वो बाप, के बेटी पराई हो गई
कितनी बार चुभे होंगे ये पायल के मोती उसे खुद को
मगर एक बार भी होंठो पे उफ्फ तक न आई होगी
ओर उस पर गजब ये के खूबसूरती देख पायल की उसकी
हर एक ने उसके महबूब की पसंद की दाद सुनाई होगी


Thursday 25 July 2019

तो चलो छोड़ ही दिया to chalo chhod diya

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तुम्हारा हाथ छोड़ दु
सपनो की डोर तोड़ दु
उम्मीदो के चिराग बुझा दु
तेरे वादों का ऐतबार छोड़ दु
तो चलो छोड़ दिया
क्योंकि तुमने कहा
तो चलो छोड़ ही दिया

तुम्हारा इंतजार छोड़ दु
दूर तक तुम्हे देखना छोड़ दु
तुम्हे देख के मुस्कराना छोड़ दु
तुम्हारे रास्तो पे खड़ा होना छोड़ दु
तो चलो छोड़ दिया
क्योंकि तुमने कहा
तो चलो छोड़ ही दिया

तुमसे सवाल जवाब करना छोड़ दु
तुम्हारी परवाह करना छोड़ दु
पुरानी तस्वीरे फाड़ दु
उन यादों को याद करना छोड़ दु
तो चलो छोड़ ही दिया
क्योकि तुमने जो कहा
तो चलो छोड़ ही दिया

तुम्हारा नाम लेना छोड़ दु
आंखों को नम करना छोड़ दु
तुम्हारा जिक्र छोड़ दु
कहो तो हर तोहफा वापिस मोड़ दु
तो चलो छोड़ दिया
क्योंकि तुमने तो कहा
तो चलो छोड़ ही दिया

सांस छोड़ दु, आस छोड़ दु
कहो तो जहाँ छोड़ तू
मगर ये मत कहना के
तुमको छोड़ दु
ओर कहना भी हो तो
मुझे मत कहना, क्योंकि
मुझमे मैं बाकी ही नही,
बस तू ही तू तो बाकी रहा
तो बताओ के तुम मैं से
कैसे तुम को छोड़ दु