Monday 9 April 2018

तुम याद आते हो

No comments :

आज भी जब जब बारिश होती है तुम याद आते हो
वो हर सुबह तुम संग जागना ,वो हर रत तुम संग सोना
यु थी मीलों की दुरिया पर वो साँसों से भी नजदीक तुम्हारा होना
मन मै कुछ खलिश सी होती है और तुम याद आते हो।

अपने चेहरे मै तुमको देखना, तेरे देखते ही केसुओ मै हाथ घुमाना।
हर मिलन की घडी को हर घडी तड़पना,मेरा हर आंसू तेरी आँख से बहना
फिर बेवजह कोई ख्वाइश सी होती है और तुम याद आते हो।

तेरे लिये मेरा बनना संवरना, माथे पे बिंदिया का चमकना।
कभी कानो मै झुमके तो कभी हाथो मै कंगन का छनकना।
रातो की नींदों से रंजिश सी होती है और तुम याद आते हो



Ruchi Sehgal

No comments :

Post a Comment