Saturday, 5 October 2019
कोई जरूरी नही koi jaruri nahi
प्यार हमने किया है तुमसे दिल से
कोई मज़बूरी तो नहीं
बेवफा तुम हो जाओ तो हम भी बेवफा ही हो जाये,
कोई जरुरी तो नही
सुना है अब कोई और चेहरा तुम्हे चाँद सा नजर आता है
सुना के तू अब उसकी गली के चक्कर लगता है
पर कभी तुम आना हमारी गली
हम भी देखेंगे के तेरे मेरे बीच कोई दुरी तो नहीं
प्यार हमने किया है दिल से
कोई मज़बूरी तो नही
सुना है के अब कोई और शमा तुम्हारी महफिले रोशन करती है
सुना है के अब मेरी जगह कोई और तमाम रात जलती है
चलो हम भी देखते है उसके जलवे,
के उसके जिस्म में भी कस्तूरी तो नही
तुम फ़िक्र न करो मई जानती हु खत्म मेरा किस्सा हुआ
अब हु मैं हु एक पुराना फूल
थोडा बिखरा हुआ
तुमको रोकूँगी नहीं मै
क्योंकि तेरी जुबान में भी वो बांसुरी नहीं
ं
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