Tuesday 28 May 2019

जिंदगी की कहानी मेरे मेहरबान jindagi ki kahani mere mehrbaan

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जिंदगी की कहानी
मेरे मेहरबान
धड़कनो की रवानी वो
मेरे मेहरबान

वो आईने में देखे खुद को
और शर्मा के मुह ले छुपा
जैसे बादलो में कोई चाँद हो छुपा दबा
आये वो नजर मुझे
दे दू जिंदगानी उन्हें
मेरे मेहरबान

सावन में खिड़कियों से
खुद दोनों हाथ फैला
करते है देखो कैसे वो
हर मौसम का इस्तेकबाल
उसी झरोखे के नीचे
मैं भी कबसे खड़ा
मेरे मेहरबान


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