Saturday 22 September 2018

तुम अब ना पास आना मेरे

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तुम अब न पास आना मेरे
क्योंकि तुनको भुला चुकी हु
प्रेम नगर को जाने वाले रास्ते मिटा चुकी हु
दाग तेरी बेवफाई का खुद से हटा चुकी हु
तुम अब पास ना आना मेरे
क्योंकि तुमको भुला चुकी हु

जिस जिस की कसम खाई थी तुमने
उस हर शख्स का नाम मिटा चुकी हु
कुछ तस्वीरें थी हमारी एक साथ
उनमे से तुझको हटा चुकी हु

माना तुमने हँसाया बहुत मुझको
मगर तुझे अब रो रोकर भुला चुकी हु
तेरे मुझपर अहसान है के इतन के तेरी वजह, मै खुद  को तुझ जैसा बेवफा बना चुकी हु
पर अब तुम पास ना आना मेरे
क्योंकि तुमको भुला चुकी हु

बहुत मजबूरिया सुन चुकी थी तेरी
अपनी बेबसी का किस्सा भी सुना चुकी थी
प्यार से जो हर एक बात मान लेता था
उसे गिड़गिड़ा के भी मना चुकी

वो वफ़ा करता तो जान भी देती उसे
लेकिन अब उस से जान छुड़ा चुकी हु
अब सावन प्यासी ही रहना है मुझे
क्योंकि आग से नाता बना चुकी हु
पर अब तुम पास ना मेरे
क्योंकि तुमको भुला चुकी

मे भुला चुकी हु प्यार तुम्हारा जबसे
तुम्हारी बेवफाई को सीने से लगा चुकी हु
माना भूल गई हु तुमको भी मगर,
ये मत सोचना के तेरी खतायें भी भुला चुकी हु

मुझे याद है के कैसे दर्द मै छोड़ कर गया मुझे तू
तुझे भी अकेलेपन की बददुआ दे चुकी हु
रोते रोते पथराई मेरी आँखे जैसे
जा तेरी आँखे भी पथराए के जैसे मै जा चुकी हु

तुझे भुला दिया तो सोचना मत के
तेरे से हर रिश्ता भुला चुकी हु
पहले प्यार की लो जलाई थी तुमने
अब मै नफरत की आग लगा बैठी हु
पर अब तुम मेरे पास न आना क्योंकि
तुमको भुला चुकी हु

जाओ खुदा करे के सो बरस जियो
मगर जब भी मरो अकेले तन्हाई मे मरो
जो शूल चुभाया तुमने मुझको
वो शूल तुमको लोटा रही हु
क्योंकि तुमको भुला चुकी हु

जा तेरे भी घर बेटी हु
बददुआ बनाकर ये दुआ दे चुकी हु
जैसे खिलौना मै बनी तेरा, तेरी
बेटी यु ही सिलसिला बना चुकी हो
अब तुम मेरे पास न आना क्योंकि
तुमको भुला चुकी हु







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