बारिशो मैं साथ भीगना, ताश के पत्तो मैं तेरा हारना तकियों को हथियार बनाकर लड़ना चादर से गुस्से से मुह ढक लेना सब तो याद है मुझे, तो भूल कहा हुई मुझसे
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