Wednesday, 2 January 2019
तलाफ़ी वफ़ा की जफ़ा चाहता हूँ talaafi vafaa ki jafaa chahta hu
तलाफ़ी वफ़ा की जफ़ा चाहता हूँ
तुम्हीं ख़ुद ये कह दो बुरा चाहता हूँ
कोई मोल ले तो बका चाहता हूँ
मैं साहब से बंदा हुआ चाहता हूँ
तुम्हीं चाहो मुझ को तो क्या चाहिए फिर
मैं इस के सिवा और क्या चाहता हूँ
मेरा मुद्दआ क्या समझते नहीं हो
तुम्हें चाहता हूँ तो क्या चाहता हूँ
मसीहा हो गर तुम तो अपने लिए हो
मैं अपने मर्ज़ की दवा चाहता हूँ
तुम्हें चाहूँ मैं तुम रक़ीबों को चाहो
ये इंसाफ़ पेश-ए-ख़ुदा चाहता हूँ
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