Tuesday 25 April 2017

तेरी ख़ुशी

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तेरी ख़ुशी





यु तो ज़माने मैं  बहुत गम  है
पर तेरी ख़ुशी मैं सब कम है

तेरी मुस्कराहोतो  तो जो तोल कर देखु
अपने थकन के  बदले
तो लगता है के ये थकन तो बहुत कम है

दो घडी तेरे नजदीक बैठ कर जो मिलता है सुकून 
उस सुकून के  बदले मैं   लगता है के  
मीलो का सफर भी बहुत कम है
  
यु तो है दोस्त भी बहुत और हमदर्द भी बहुत है
पर जो तुझमे है हैं 
वो कहा सबकी सोहबत मैं दम हैं

ये गलतफहमी है दुनिया की के मैं तनहा हु तुम बिन
तेरी  यादे  और निशानिया मेरे नजदीक हरदम है 

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