Friday, 28 April 2017
वो तो मेरा नाम भी याद नहीं रखते
वो तो मेरा नाम भी याद नहीं रखते
अभी कल ही की तो बात थी
बड़े हसकर मिलते थे
रातो रात कौन सा तूफ़ान आया
के अपनों क मायने बदल गए
कुछ तो बात हुई होगी
यु तो कोई करता नहीं
जमाना बदलता होगा रंग जल्दी
पर मैं तो ज़माने मैं उनको रखता नहीं
अब तो अजनबी की तरह मिलते है
बस रस्मी बाते करते है
ऐसा क्या था के वो भी
ज़माने के संग पराये हो गए
आजकल तो राह मैं गर मिल जाए
तो सलाम भी नहीं करते वो
मुझे तो आयात की तरह याद है वो
और वो तो मेरा नाम भी याद नहीं रखते
अभी कल ही की तो बात थी
बड़े हसकर मिलते थे
रातो रात कौन सा तूफ़ान आया
के अपनों क मायने बदल गए
कुछ तो बात हुई होगी
यु तो कोई करता नहीं
जमाना बदलता होगा रंग जल्दी
पर मैं तो ज़माने मैं उनको रखता नहीं
अब तो अजनबी की तरह मिलते है
बस रस्मी बाते करते है
ऐसा क्या था के वो भी
ज़माने के संग पराये हो गए
आजकल तो राह मैं गर मिल जाए
तो सलाम भी नहीं करते वो
मुझे तो आयात की तरह याद है वो
और वो तो मेरा नाम भी याद नहीं रखते
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