Saturday, 1 December 2018

मारो मारो स्र्पनी निरमल जल पैठी ।

No comments :
मारो मारो स्र्पनी निरमल जल पैठी । 
त्रिभुवन डसती गोरषनाथ दीठी ।।
 
मारो स्र्पनी जगाईल्यो भौरा,
जिनि मारी स्र्पनी ताको कहा करे जोंरा ।
 
स्र्पनी कहे मैं अबला बलिया, 
ब्रह्म विष्ण महादेव छलिया ।
 
माती माती स्र्पनी दसों दिसि धावे, 
गोरखनाथ गारडी पवन वेगि ल्यावे ।
 
आदिनाथ नाती मछिन्द्रनाथ पूता,
स्र्पनी मारिले गोरष अवधूता ।। 

No comments :

Post a Comment

{js=d.createElement(s);js.id=id;js.src=p+'://platform.twitter.com/widgets.js';fjs.parentNode.insertBefore(js,fjs);}}(document, 'script', 'twitter-wjs');