कसरत-आराई-ए-वहदत है परस्तारी-ए-वहम कर दिया काफ़िर इन असनामे-ख़याली ने मुझे हवसे-गुल का तसव्वुर में भी खटका न रहा अजब आराम दिया बे-परो-बाली ने मुझे
No comments :
Post a Comment